हड़प्पा 
 यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मोंटगोमरी जिले में रावी नदी के तट पर स्थित है 1921 ईo  में रायबहादुर दयाराम साहनी ने इसका सर्वेक्षण किया और 1923 ईस्वी से इसकी खुदाई हुई जहां से अभिलेख युक्त मोहरे, विशाल अन्नागार, तथा कांस्य की गाड़ी प्राप्त हुई है। 

image credit- Navbharat times



मोहनजोदड़ो  
सिंधि भाषा में मोहनजोदड़ो का अर्थ मृतकों का टीला है यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लड़काना जिला के अंतर्गत सिंधु नदी के किनारे स्थित है।  इस के उत्खनन कर्ता राखल दास बनर्जी जिन्होंने 1922 ईस्वी में इसका उत्खनन किया।  यहां से एक विशाल स्नानागार प्राप्त हुए हैं तथा यहां से एक कांस्य की नर्तकी की मूर्ति प्राप्त हुई है । यह एक सुनियोजित नगर था तथा किले के चारों ओर दीवार के प्रमाण मिले हैं। 





चन्हूदड़ों
 पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में अवस्थित है तथा यह सिंधु नदी के तट पर है । इस के उत्खनन कर्ता एन. जी.  मजूमदार थे।  यहां से प्राक हड़प्पा संस्कृति जिसे झुककर-झांगर संस्कृति भी कहा जाता है का भी अवशेष मिला है।  यहां से लिपिस्टिक, काजल, मछली की आकृति वाले मुद्रा, कुत्ता तथा बिल्ली आदि के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। 





लोथल
 यह गुजरात के अहमदाबाद जिले में स्थित भोगवा नदी के तट पर स्थित है।  इस स्थल की खोज सर्वप्रथम एस.  आर.  राव ने 1957 ईस्वी में किया।  यहां की सबसे प्रमुख उपलब्धि जहाजों की गोदी है । यहां से एशिया के अन्य देशों के साथ व्यापार होता था।  यहां से चावल के दाने के प्रमाण मिले हैं तथा अग्निकुंड का साक्ष्य मिला है।